(फोटो: फेसबुक/ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया)
नई दिल्ली (भाषा): कांग्रेस नेता और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिंया ने केंद्र की मोदी सरकार में समूचे देश के लिए खतरा पैदा होने का दावा करते हुए शनिवार को कहा कि किसान, नौजवान और महिलाएं त्रस्त हैं, लेकिन भाजपा के नेता और मंत्री मस्त हैं.

कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में सिंधिया ने कहा कि इस सरकार को करीब चार साल बीत चुके हैं, लेकिन ‘अच्छे दिन’ का पता नहीं है. मौजूदा समय में किसान, मजदूर, नौजवान और महिलाएं त्रस्त हैं, लेकिन भाजपा के नेता और मंत्री मस्त हैं. क्या यही अच्छे दिन हैं?

लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में पाकिस्तान रोजाना संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है, लेकिन कुछ नहीं किया जा रहा है. चुनाव से पहले इन्होंने एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात की थी, लेकिन सरकार में आने के बाद साड़ी, आम और बिरयानी वाली कूटनीति शुरू कर दी गई.

उन्होंने कहा कि किसान परेशान हैं और उनकी परेशानी पर सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. मुंबई में आंदोलन करने वाले किसानों को शहरी माओवादी कहा गया. आज पूरा हिंदुस्तान खतरे में है.

सिंधिया ने दावा किया कि कांग्रेस ही नौजवानों, किसानों और दूसरे वर्गों को परेशानी से बाहर निकाल सकती है.
इस दौरान, कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मौजूदा सरकार में राजनीतिक प्रतिशोध से काम हो रहा है. विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने सुझाव दिया कि कांग्रेस के राजनीतिक प्रस्ताव में राजनीतिक प्रतिशोध वाली बात को शामिल किया जाए.

सिंघवी ने यह भी कहा कि किसी घोटाले पर सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाने से उनके मंत्री बच जाते हैं. इसलिए मंत्रियों का भी विरोध होना चाहिए.

पूर्व केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी ने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में जहां कांग्रेस पहले की तरह मजबूत नहीं है, वहां यह फैसला करना होगा कि हमें अकेले चुनाव लड़ना है या गठबंधन में चुनाव लड़ना है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग सड़क पर उतर कर ही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुकाबला कर सकते हैं.

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