
विवाह केवल साथ रहने का नाम नहीं, बराबरी की साझेदारी है। घरेलू काम भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितनी नौकरी या व्यवसाय। जानबूझकर अयोग्यता दिखाना...
विवाह केवल साथ रहने का नाम नहीं, बराबरी की साझेदारी है। घरेलू काम भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितनी नौकरी या व्यवसाय। जानबूझकर अयोग्यता दिखाना...
मत रो माँ, अब मत रो, तेरी बेटी की आवाज़ हम सब हैं, न्याय की राह पर चल पड़े, अब जाग उठा हर जन-जन है…। गूँजे धरती, गगन गवाह, अन्याय के विरुद्ध...
यह कहानी खुली छोड़ दी गई है, ताकि पाठक सोच सके — क्या कभी छोटे भाई, माता- पिता और बहनें उस त्याग को समझेंगे? या यह भी एक ऐसी कहानी होगी, जो ...
शिक्षण संस्थान ज्ञान देने के साथ-साथ आदर्श आचरण के केंद्र भी होते हैं। लेकिन जब यहां कार्यरत महिला शिक्षिकाएं असुरक्षा, अशोभनीय व्यवहार और अ...
1. तब कहीं जाकर शाम ढ़लती है हम तड़के से ही सुलगते सूरज को अपनी पीठ पर लादे पर्वतों को लांघते हैं समन्दरों को पाटते हैं और जब थककर चूर होकर ...
“सुनो नहरों की पुकार” मिशन हमें यह सिखाता है कि असली पूजा नदियों और नहरों को स्वच्छ रखना है। पूजा सामग्री बहाना एक परंपरा नहीं, बल्कि एक भूल...
- डॉ. प्रियंका सौरभ एक सितंबर दो हज़ार पच्चीस को जब भारत डाक की रजिस्टर्ड डाक सेवा औपचारिक रूप से समाप्त कर दी जाएगी, तो संभवतः किसी समाचार ...